SWATANTRA BHARAT KE NITIGAT DASTAINVOJO ME VAIKALPIK SHIKSHA KE AYAM

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Scholarly Research Journal for Interdisciplinary Studies, Online ISSN 2278-8808, SJIF 2016 = 6.17, www.srjis.com UGC Approved Sr. No.49366, MAR–APR, 2018, VOL- 5/44

स्वतंत्र भारत के नीततगत दस्तावेजों में वैकतपिक तिक्षा के आयाम , ,

, महात्मा गा​ांधी अतां रा​ाष्ट्रीय हहदां ी हिश्वहिद्यालय ,

िधा​ा , महाराष्ट्र - 442001 Email id- atulkumargupta00@gmail.com

एक

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कख कग | ,ए . .ए . 2005|

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प्रस्तावना – वैकल्पिक ल्िक्षा कोइ काययक्रम नहीं है, कोइ प्रल्क्रया नहीं है

र ना हक कोइ काययल्वल्ध है बल्पक यह एक

ऐसा दृल्िकोण है जो आस ल्वश्वास िर ल्िका है ल्क ल्िल्क्षत होने के कइ मागय है ल्जसमें व्यल्ि को ईसके वातावरण र समदु ाय से जोड़ कर ल्सखाया जा सकता है | आस प्रकार की ल्िक्षा में हम प्रत्येक व्यल्ि के ल्िए ऄिग प्रकार के वातावरण

र संरचनाओ ं को प्रदान करते हैं ल्जसमें प्रत्येक व्यल्ि ऄिने अि को सहज महससू करें

बढ़ सके | वैकल्पिक ल्िक्षा में सभक के ल्िए एकसमान ियायवरण

र िाठ्यचयाय नहीं होतक है

मानता है ल्क माता-ल्िता- र बच्चे यह ल्नणयय िेने में सक्षम है की वे ल्कस प्रकार

र अगे

र यह, यह भक

र कै से सकख सकते हैं ? यह

ल्वद्यािय ऄल्धकतर छात्रों को ल्बना फे ि करने की रणनकल्त को ऄिनाते हैं ल्जससे छात्र ल्वल्भन्न रूिों में ल्बना ल्कसक भय के ज्ञान ऄल्जयत कर सकते हैं | आस प्रकार की ल्िक्षा में ल्कसक प्रकार की कोइ बाध्यता नहीं होतक है यह Copyright © 2018, Scholarly Research Journal for Interdisciplinary Studies


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