Scholarly Research Journal for Interdisciplinary Studies, Online ISSN 2278-8808, SJIF 2021 = 7.380, www.srjis.com PEER REVIEWED & REFEREED JOURNAL, MAR-APRIL, 2021, VOL- 8/64 महिला सशक्तिकरण में हशक्षा का प्रभाव:एक अध्ययन मो० सदरे आलम
शोधार्थी शशक्षाशास्त्र शिभाग, बी० आर० अंबेडकर, शबहार शिश्वशिद्यालय, मु जफ्फरपुर, शबहार
Paper Received On: 21 APRIL 2021 Peer Reviewed On: 30 APRIL 2021 Published On: 1 MAY 2021
शकसी भी समाज की उन्नशि उस समाज की मशहलाओं की उन्नशि से मापी जा सकिी है । डॉ०बी०आर०अंबेडकर *मशहला सशक्तिकरण का िात्पयय मशहला द्वारा शक्ति और सं साधनों की प्राक्ति से है , शजससे शक िे अपने शिषय में महत्वपूणय शनणय य ले सके एिं दू सरों के द्वारा शलए गए गलि शनणय यों का शिरोध कर सकें। शशक्षा मशहला सशक्तिकरण के शलए प्रर्थम और मूलभू ि साधन हैं ।प्रस्तु ि ले ख में मशहला सशक्तिकरण में शशक्षा की क्या भू शमका है िर्था मशहला शशक्षा के मागय में जो बाधाएं आ रही हैं ।उनको दशाय ने का प्रयत्न शकया गया है । शजसके द्वारा मशहला सशक्तिकरण का शनरं िर शिकास हो सके एिं मशहलाओं को जागरूक शकया जा सके मशहला को उसके क्षे त्र में शिशभन्न प्रकार की सुशिधा शदलाने का प्रयास शकया जा सके शजसके द्वारा समाज में उनको महत्वपूणय स्र्थान शमल सके।*
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प्रस्तावना:*इशिहास साक्षी है शक समाज में मशहला के संदभय में कहा गया है शक "एक मशहला को शशशक्षि करने का अर्थय एक पररिार को शशशक्षि करना है।"* *िियमान युग को िैचाररकिा का युग कहा जािा है ।अगर कोई स्त्री या मािा अर्थिा गृशहणी के संस्कार शशक्षा दीक्षा उत्तम नहीं होगी िो िह समाज एिं राष्ट को उत्तम सदस्य कैसे दे सकिी है ।समाज के शु द्ध िािािरण के शलए मशहला का स्वस्र्थय,शशशक्षि,समझदार,कुशल व्यिहार एिं बुक्तद्धमान होना जरुरी है ।* *िैशदक काल के अंदर मशहलाएं भी पुरुषों के समान शशक्षा प्राि करिी र्थीं,शिशभन्न गशिशिशधयों में पुरुषों को सहयोग शकया करिी र्थीं,और समाज में उनका महत्वपूणय स्र्थान र्था।िैशदक युग में मशहला शशक्षा अपनी उच्चिम सीमा पर र्थी मशहलाएं पुरुषों के समक्ष शबना भे दभाि के शशक्षा प्राि करिी र्थी। बुक्तद्ध और ज्ञान के क्षे त्र में अगृणीय भू शमका में र्थीं। हमारे दे श की जनसंख्या का आधा भाग मशहलाएं हैं । जीिन के प्रत्येक क्षे त्र में मशहलाओं के योगदान को स्वीकार शकया गया है ।*
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